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मंगलवार, 1 दिसंबर 2009

तिनका सुख-दुःख का

तिनका-तिनका सुख क्या होता है
पूछो उस चिड़िया से
जिसने बालकनी में अपना घोंसला बनाया है
रस्सी, धागे, प्लास्टिक, घास, पत्ते और रुई
न जाने कितनी चीजों से सजाया है
तिनका-तिनका दुःख क्या होता है
पूछो उस चिड़िया से
जिसके घोंसले का तिनका-तिनका
बालकनी के शो के लिए
अभी-अभी मालकिन ने
बाहर फिंकवाया है।

4 टिप्‍पणियां:

मनोज कुमार ने कहा…

अच्छी रचना। बधाई।

आशीष खण्डेलवाल (Ashish Khandelwal) ने कहा…

प्रभावशाली रचना.. अच्छा लिखते हैं आप.. जारी रखिए..

हैपी ब्लॉगिंग

शमीम ने कहा…

नमस्कार,सचमुच एक अच्छी रचना ।हमें बहुत कुछ सीख दे जाती है । धन्यवाद..

शमीम ने कहा…

नमस्कार,सचमुच एक अच्छी रचना ।हमें बहुत कुछ सीख दे जाती है । धन्यवाद..