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शुक्रवार, 22 जनवरी 2010

जीवन - गीत

ज़िन्दगी जिंदादिली का नाम है।
आँखों में मस्ती लबों पर जाम है।

अतीत के गह्वर में घिरा न कर
व्यतीत हुआ वह व्यर्थ है सोचा न कर
कर्तव्यपथ पर अहर्निश बढ़ता ही चल
पीछे पलट कर देखना क्या काम है
ज़िन्दगी जिंदादिली का नाम है। 

भविष्य के भुलयों में भुला न कर
स्वप्निल हिलोरों पर झुला न कर
ये खवाब है जिसकी कोई ताबीर नहीं
मरीचिका भंवरजाल का परिणाम है
जिंदगी जिंदादिली का नाम है। 

वर्त्तमान में जिंदा है जीते ही जा
सोमरस अंजलि में भर-भर पीते ही जा
जीवन जीने की कला का नाम है
सच है अरे ये जोग तो निष्काम है
जिंदगी जिंदादिली का नाम है
आँखों में मस्ती लबों पर जाम है।